मिर्च का वैश्विक उत्पादन 20 लाख टन से 25 लाख टन प्रतिवर्ष रहता है| भारत लाल मिर्च का सबसे बड़ा उत्पादक देश है और उत्पादन करीब 10 लाख टन सालाना से 12 लाख टन रहता है | चीन, नाइजीरिया, पेरू, बांग्लादेश, हंगरी अन्य उत्पादक देश हैं| आंध्र (49%), कर्नाटक (14%), उड़ीसा (7%), महाराष्ट्र (5%), पश्चिम बंगाल (5%), राजस्थान (5%), तमिलनाडु (4%) और अन्य (10%) द्वारा भारत के कुल उत्पादन का योगदान रहता है | बड़े स्टॉकिस्ट और विकसित लाल मिर्च ट्रेडिंग केंद्र और बाज़ार गुंटूर, खम्मम, इंदौर, नागपुर, दिल्ली, बम्बई और राजस्थान के कुछ भागों में है |
विश्व स्तर पर भारतीय मिर्च बेहतर गुणवत्ता की होती है जो भारत को मिर्च का सबसे बड़ा निर्यातक बनती है | घरेलू मांग मिर्च के लिए अच्छा है और मसाला प्रसंस्करण उद्योग एक बहुत तेज दर से बढ़ रहा है जिस कारन लाल मिर्च की अतिरिक्त मांग पैदा हो रही है |
- घरेलू बुनियादी बातों
- विश्व उत्पादन
- अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मूल्य
- घरेलू और निर्यात मांग
- पिछले वर्ष का बकाया
- बुआई और फसल उतारा
- जलवायु परिस्थितियों
यह मसाला साल भर देश के लगभग सभी राज्यों में उगाया जाता है और इसलिए वहाँ कोई कमी नहीं रहती है और अच्छी मात्रा में निर्यात भी किया जाता है | कश्मीरी मिर्च अपने रंग जनि जाती है | यह करी में लाल रंग लती है और तीखेपन में ज्यादा वृद्धि नही करती | लाल मिर्च के कुछ अन्य किस्मों तेजा, डीडी, 341, 334 - packing , ब्यादगी, चंद्रमुखी. फटकी हैं | मिर्च को डंठल के साथ या बिना डंठल के उपयोग किया जाता है | मिर्च पावडर की अच्छी गुणवत्ता बनाने के डंठल हटा दिया जाना चाहिए | मिर्च साबुत रूप में कुछ दक्षिण भारतीय व्यंजन जैसे सांभर में इस्तेमाल होती है और अन्य उत्तर भारतीय व्यंजनों में भी जो विशेष रूप से मसालेदार रखे जाते हैं |
Global production of chilli stands at about 20.00 lakh MT to 25.00 lakh MT per annum. India is the largest producer and contributes about 10.00 lakh MT to 12 lakh MT annually followed by China, Nigeria, Peru, Bangladesh, Hungary. Domestically, Andhra contributes (49 %) of total production followed by Karnataka (14 %), Orissa (7 %), Maharashtra (5 %), West Bengal (5 %), Rajasthan (5 %) and Tamil Nadu (4 %). Major stockists and developed markets or Trading Centers of Red Chilli are Guntur, Khammam, Indore, Nagpur. Delhi, Mumbai and some parts of Rajasthan.
Globally Indian chillies are of superior quality which makes India the Largest Exporter of chillies. Domestic demand is good for chilli and the spice processing industry is growing at a very fast rate and is creating additional demand for commodity.
Factors affecting prices
- Domestic Fundamentals
- World production
- International trading price
- Domestic and Export demand
- Carry forward stocks
- Sowing and Harvesting
- Climatic conditions
This spice is grown throughout the year and so there is no scarcity and a good quantity is exported. Kashmir chillies are known for its colour and pungency. It adds reddish colour to the curry and does not increase the pungency much. Some other varieties of Red Chilli are Teja, D.D., 341, 334 - packing, Byadagi, Chandramukhi, Fatki. Chillies are used with or without stalks. To make good quality of chilli powder the stalks should be removed. Chillies are used as whole in some South Indian as well as North Indina recipes like sambhar and other curries which are specifically kept spicy.
Red Chilli (Dry) लाल मिर्च | |
Parameters | Values |
Moisture | 10.000 gm |
Vitamins | |
Carotene | 345.000 µg |
Minerals and Other Elements | |
Sodium | 14.000 mg |